किसानों को बचाने हेतु कृषि वैजानिक की अपील
Hindi Version of Above Appeal
किसानों को बचाने हेतु कृषि वैजानिक की अपील
कृषि विजान के इतिहास में एक अभूतपूर्व घटना - एक सरकारी वैजानिक ने अपने वैजानिक समाज से
बी टी कॉटन जैसे खतरनाक पौधों के खिलाफ अपील की है |
हिसार 23 मार्च 2008 सायं 7 से 10 बजे
किसान बचाओ आंदोलन के तत्त्वावधान में हिसार में ' आधुनिक कृषि विजान और किसान की समस्याएँ ' विषय
पर एक विचार गोष्ठी (सेमिनार) आयोजित किया गया |
डा. नेपाल सिंह वर्मा (पूर्व सह निदेशक, विस्तार शिक्षा निदेशक, चौ. चरण सिंह, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय,
हिसार ने इस विचार गोष्ठी की अध्यक्षता की | विचार गोष्ठी में भारत के ख्याति प्राप्त कृषि वैजयानिक, राज्या कृषि
विभाग के अधिकारीगण, निजी क्षेत्र के वैजानिक तथा अधिकारीगण, डॉक्टर, राज्य के राजनैतिक व सामाजिक
नेता, स्थानीय पत्रकार एवं आम जन उपस्थित थे | डा. राजीव दीक्षित, जिन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. ए. पी.
जे. अब्दुल कलाम के साथ भारत के मिसाईल कार्यक्रम पर काम किया था विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता थे |
सरकार द्वारा संचालित कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत वरिष्ठ कृषि वैजानिक डा. महावीर सिंह नरवाल जो कि
चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के भी प्रधान रह चुके हैं की अपील:
" मैं दुनिया के सभी कृषि वैजाकिनों से अपील करता हूँ कि वे बी टी कॉटन जैसी आनुवांशिकीय अभियांत्रित (
(जेनेटिकली मॉडिफाइड) खतरनाक फसलों के घातक चक्रव्यूह से बाहर निकालने में किसानों की मदद करें
क्योंकि पिछले लगभग 10 वर्षों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि ये फसलें मनुष्य जाति, सभी पशुओं, धरती के
जीवन चक्र और पर्यावरण हेतु समान रूप से खतरनाक हैं तथा इन विवादित आनुवांशिकीय अभियांत्रित
फसलों के निर्माताओं व बढ़ावा देने वाली कंपनीयाँ, वैजानिक, सरकारें, व संस्थाएं अभी तक इन फसलों से
होने वाली हानि की खबरों व खोजों का Hazards of Genetically Modified (GM) Plants